1. 3. प्रोटेस्टैंट धर्म -यह 16वीं शताब्दी में प्रारंभ हुआ था । 2. कैथोलिक और प्रोटेस्टैंट धर्म की भी शिक्षा यहां दी जाती है. 3. 3. प्रोटेस्टैंट धर्म -यह 16वीं शताब्दी में प्रारंभ हुआ था । 4. बाद में प्रोटेस्टैंट धर्म का उदय हुआ जिसके फलस्वरूप पाश्चात्य चर्च के एक महत्वपूर्ण अंश 5. प्रोटेस्टैंट धर्म के कारण चर्च में फूट पड़ी तो धर्माचार्य चर्च के स्वरूप पर अधिक चिंतन करने लगे।6. प्रोटेस्टैंट धर्म के कारण चर्च में फूट पड़ी तो धर्माचार्य चर्च के स्वरूप पर अधिक चिंतन करने लगे।7. १६वीं तथा १७वीं शताब्दी में ऐंग्लिकन राजधर्म को प्रोटेस्टैंट धर्म की ओर प्रवृत्त करनेवाले कट्टर प्रोटेस्टैंट ' प्युरिटन' कहलाते हैं। 8. १६वीं तथा १७वीं शताब्दी में ऐंग्लिकन राजधर्म को प्रोटेस्टैंट धर्म की ओर प्रवृत्त करनेवाले कट्टर प्रोटेस्टैंट ' प्युरिटन' कहलाते हैं। 9. उस समय तक प्रोटेस्टैंट धर्म बहुत से संप्रदायें में विभक्त हो गया था और इस कारण धर्मप्रचार के कर्य में कठिनाई का अनुभव हुआ। 10. उस समय तक प्रोटेस्टैंट धर्म बहुत से संप्रदायें में विभक्त हो गया था और इस कारण धर्मप्रचार के कर्य में कठिनाई का अनुभव हुआ।